Thursday 13 September 2012

"हाथ" का हथकंडा: गरीबों को लूटो, अमीरों को बांटों ...!!!

आज रात से पेट्रोलियम मंत्रालय ने डीजल के दामों में भारी बढ़ोतरी की है। सरकार ने डीजल के दाम 5 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए हैं। बढ़े दाम आज आधी रात से लागू होंगे। इतना ही नहीं रसोई गैस पर कोटा सिस्टम भी लगा दिया गया है। अब साल में केवल छह सिलिंडरों पर सबसिडी मिला करेगी। सरकार का कहना है सब्सिडी के कारण तेल कम्पनियों को तथाकथित एक लाख तीस हज़ार करोड़ के घाटे को घटाने के लिए उसने ये फैसला किया है.
दो से दस लाख करोड़ तक का कोयला घोटाला, पौने दो लाख करोड़ से तीन लाख करोड़ तक 2G घोटाला, 70 हज़ार से एक लाख करोड़ तक का CWG घोटाला करने वाली, तथा देश के बड़े औद्योगिक घरानों को प्रतिवर्ष लगभग 5 लाख करोड़ की टैक्स छूट देने वाली सरकार की ये दुहाई देख सुनकर याद आती हैं जनकवि स्व.अदम गोंडवी जी की ये पंक्तियाँ.....

वो जिसके हाथ में छाले हैं पैरों में बिवाई है
उसी के दम से रौनक आपके बंगले में आई है
इधर एक दिन की आमदनी का औसत है चवन्नी का
उधर लाखों में गांधी जी के चेलों की कमाई है

कोई भी सिरफिरा धमका के जब चाहे जिना कर ले
हमारा मुल्क इस माने में बुधुआ की लुगाई है
रोटी कितनी महँगी है ये वो औरत बताएगी
जिसने जिस्म गिरवी रख के ये क़ीमत चुकाई है

लगी है होड़ - सी देखो अमीरी औ गरीबी में
ये गांधीवाद के ढाँचे की बुनियादी खराबी है
तुम्हारी मेज़ चांदी की तुम्हारे जाम सोने के
यहाँ बुधिया के घर में आज भी फूटी रक़ाबी है

जो डलहौज़ी न कर पाया वो ये हुक़्क़ाम कर देंगे
कमीशन दो तो हिन्दोस्तान को नीलाम कर देंगे
ये बन्दे-मातरम का गीत गाते हैं सुबह उठकर
मगर बाज़ार में चीज़ों का दुगुना दाम कर देंगे
सदन में घूस देकर बच गई कुर्सी तो देखोगे
वो अगली योजना में घूसखोरी आम कर देंगे

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