''गैंग आफ 'आप'-ए-पुर'' ने मंत्री पद ना मिलने
से कल शाम शुरू हुआ AAP विधायक विनोद बिन्नी का भयंकर नंगनाच और उसे रोकने
के लिये हुई सियासी सौदेबाज़ी ने पिछले कई दिनों से ''गैंग आफ 'आप'-ए-पुर''
का भांड बन किन्नरों की भांति ताली पीट-पीट कर ''गैंग आफ 'आप'-ए-पुर'' को
राजनीति में नैतिकता शुचिता पारदर्शिता और सैधांतिकता का फरिश्ता बतानेवाले
वाले चुनिंदा न्यूज चैनलों की बिकाऊ/दलाल पेड पत्रकारिता को भी नंगा और
बेनकाब कर दिया है
Wednesday 25 December 2013
Monday 23 December 2013
Sunday 22 December 2013
Saturday 21 December 2013
केजरीवाल की इस बेशर्मी के मायने.?
महाराष्ट्र सरकार ने आदर्श घोटाले पर न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट को खारिज कर दिया, जिसमें तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत कई नेताओं को वैधानिक प्रावधानों के गंभीर उल्लंघनों का दोषी ठहराया गया था। हाई कोर्ट के रिटायर जज जे.ए. पाटिल की अध्यक्षता वाले 2 सदस्यीय आयोग की रिपोर्ट में इससे संबद्ध लोगों पर कड़े प्रहार करते हुए कहा गया है कि आदर्श सोसायटी को पूर्व मुख्यमंत्रियों विलासराव देशमुख, सुशील कुमार शिंदे और अशोक चव्हाण, पूर्व राजस्व मंत्री शिवाजीराव पाटिल, पूर्व शहरी विकास मंत्री सुनील तत्करे और पूर्व शहरी विकास मंत्री राजेश तोपे का राजनीतिक संरक्षण हासिल था। अशोक चव्हाण ऐसे अकेले मुख्यमंत्री हैं, जिन्हें सीबीआई ने घोटाले में आरोपित किया, लेकिन राज्यपाल के शंकरनारायणन ने कुछ दिन पहले जांच एजेंसी को उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की इजाजत देने से इनकार कर दिया। आदर्श हाउसिंग सोसायटी के लाभार्थियों में विभिन्न दलों के राजनेता और उनके संबंधी शामिल हैं।
Friday 20 December 2013
वाजपेयी की विरासत के निर्विवाद उत्तराधिकारी
वाराणसी
में आज हुई नरेन्द्र मोदी की ऐतिहासिक रैली में उमड़े अभूतपूर्व जनसागर के
समक्ष नरेन्द्र मोदी के 46 मिनट लम्बे भाषण तथा उन्हें मिले अथाह अपार
समर्थन ने यह सुखद सकारात्मक संदेश दिया कि देश की जनता उनसे गंभीर
राष्ट्रीय मुद्दों पर उनके गंभीर विचार अत्यंत गंभीरता से सुनना चाह रही
है. आज की रैली में नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व विचार व वाणी की त्रिवेणी
में प्रचुर गंभीरता गहनता व सरसता का संगम दिखा, पिछले कुछ दिनों के दौरान संपन्न हुई रैलियों में उपरोक्त त्रिवेणी व संगम अपनी राह से भटकते प्रतीत हुए थे.
वाराणसी की आज की रैली ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि बाबा विश्वनाथ व बाबा संकटमोचन हनुमान ने काशी पहुंचे अपने भक्त ''नमो'' को राष्ट्ररक्षा का वरदान अत्यंत प्रसन्न मन से प्रदान कर दिया है. वाराणसी की आज की इसी रैली ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि सरलता सरसता व सहजता के साथ गंभीर मुद्दों पर गंभीर चर्चा में अपने चुटीले संवादों का अदभुत सामंजस्य स्थापित कर सकने की अपनी विलक्षण क्षमता के फलस्वरूप निर्विवाद रूप से देश के राजनीतिक इतिहास के अबतक के सर्वश्रेष्ठ वक्ता माने जाने वाले श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की उपरोक्त विरासत के निर्विवाद उत्तराधिकारी नरेन्द्र मोदी बन चुके हैं
वाराणसी की आज की रैली ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि बाबा विश्वनाथ व बाबा संकटमोचन हनुमान ने काशी पहुंचे अपने भक्त ''नमो'' को राष्ट्ररक्षा का वरदान अत्यंत प्रसन्न मन से प्रदान कर दिया है. वाराणसी की आज की इसी रैली ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि सरलता सरसता व सहजता के साथ गंभीर मुद्दों पर गंभीर चर्चा में अपने चुटीले संवादों का अदभुत सामंजस्य स्थापित कर सकने की अपनी विलक्षण क्षमता के फलस्वरूप निर्विवाद रूप से देश के राजनीतिक इतिहास के अबतक के सर्वश्रेष्ठ वक्ता माने जाने वाले श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की उपरोक्त विरासत के निर्विवाद उत्तराधिकारी नरेन्द्र मोदी बन चुके हैं
Friday 13 December 2013
Thursday 12 December 2013
Wednesday 4 December 2013
Monday 2 December 2013
बेशर्म गृहमंत्री......
मित्रों
26/11 को मुंबई पर हुए आतंकी हमले की जांच करने वाले तत्कालीन केन्द्रीय
गृह सचिव राम प्रधान जी ने सप्ताह भर पूर्व यह सनसनीखेज खुलासा किया है कि
उन्होनें अपनी जांच रिपोर्ट में उन 10 आतंकी हमलावरों की मदद/मार्गदर्शन
करने वाले स्थानीय एजेंटों का विस्तार से जिक्र किया था लेकिन उन एजेंटों
को पहचान कर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई आज तक नहीं की गयी.
मित्रों शर्मनाक तथ्य यह है कि राम प्रधान जी के इस खुलासे के बाद भी देश के जिस गृहमंत्री के कान पर जूं नहीं रेंगी है वो गृहमंत्री अब गुजरात में एक पिता के अनुरोध पर उसकी पुत्री के सुरक्षार्थ हुई निगरानी को आपराधिक जासूसी कांड बताकर उसकी जांच अपने गृहमंत्रालय से कराने के लिये बावला-बेताब-बेचैन हुआ जा रहा है.
मित्रों ये वही बेशर्म गृह मंत्री है जो 27 अक्तूबर को आतंकी बम धमाकों से पटना की सडकों और गांधी मैदान में बिछी लाशों की खबर सुनने के बावजूद वहां जाने के बजाय रज्जो के फिल्मी मुजरों की महफिल का लुत्फ लेने मुंबई चला गया था
मित्रों शर्मनाक तथ्य यह है कि राम प्रधान जी के इस खुलासे के बाद भी देश के जिस गृहमंत्री के कान पर जूं नहीं रेंगी है वो गृहमंत्री अब गुजरात में एक पिता के अनुरोध पर उसकी पुत्री के सुरक्षार्थ हुई निगरानी को आपराधिक जासूसी कांड बताकर उसकी जांच अपने गृहमंत्रालय से कराने के लिये बावला-बेताब-बेचैन हुआ जा रहा है.
मित्रों ये वही बेशर्म गृह मंत्री है जो 27 अक्तूबर को आतंकी बम धमाकों से पटना की सडकों और गांधी मैदान में बिछी लाशों की खबर सुनने के बावजूद वहां जाने के बजाय रज्जो के फिल्मी मुजरों की महफिल का लुत्फ लेने मुंबई चला गया था
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