अगर सरकार को फेसबूक से इतनी परेशानी है, तो इस देश को भ्रष्ट नेताओं-अफसरों-कार्पोरेटी लुटेरों से लाखों गुना अधिक परेशानी है. फेसबुक की तथाकथित अश्लील सामग्री इन भ्रष्ट नेताओं-अफसरों-कार्पोरेटी लुटेरों की तरह देश की जनता के लाखों करोड़ रुपयों की सालाना लूट नहीं करती.
फेसबुक की दुनिया में इन भ्रष्ट नेताओं-अफसरों-कार्पोरेटी लुटेरों की तरह 32 रुपये रोज कमाने वाले आम आदमी को "रईस" सिद्ध करने का जानलेवा भ्रमजाल नहीं फैलाया जाता. देश का कोई भी न्यायलय इन भ्रष्ट नेताओं-अफसरों-कार्पोरेटी लुटेरों को ब्लॉक क्यों नहीं करता....???
फेसबुक की दुनिया में इन भ्रष्ट नेताओं-अफसरों-कार्पोरेटी लुटेरों की तरह 32 रुपये रोज कमाने वाले आम आदमी को "रईस" सिद्ध करने का जानलेवा भ्रमजाल नहीं फैलाया जाता. देश का कोई भी न्यायलय इन भ्रष्ट नेताओं-अफसरों-कार्पोरेटी लुटेरों को ब्लॉक क्यों नहीं करता....???
सरेआम देश को दोनों हाथों से लूट रहे इन भ्रष्ट नेताओं-अफसरों-कार्पोरेटी लुटेरों पर देश का कोई भी न्यायलय प्रतिबन्ध क्यों नहीं लगाता...???
गूगल के सर्च इंजन पर केवल porn movie लिख कर सर्च करिए तो इंटरनेट की दुनिया में उपलब्ध अश्लीलतम सामग्री वाली वेबसाइटों से सम्बन्धित लगभग डेढ़ करोड़ विवरण कुछ ही सेकेण्ड में नज़र आने लगते हैं. यह कोई आज की,या फिर नई बात भी नहीं है. इंटरनेट की दुनिया का ये अश्लील चेहरा वर्षों पुराना है. लेकिन तब इस देश की सरकार और न्यायिक सक्रियता के ठेकेदार क्यों सो रहे थे...???
हिन्दुओं की आस्था-श्रद्धा के सर्वोच्च शिखरों के
अश्लीलतम चित्र बनाने वाले वाले
मकबूल फ़िदा हुसैन सरीखे कुकर्मी को
पद्मश्री एवं पद्मभूषण सरीखे सम्मान
क्यों दिए गए थे...?
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यही जमात अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर हिन्दू समाज से उस कुकर्मी हुसैन के उन जघन्य पापों को पुण्य समझने, उनका गुणगान करने का निर्लज्ज सन्देश निर्लज्जतापूर्वक देती रही है.
ऐसा लगता है की इस देश में हिरन्याकश्यप का राज है जो खुद को आकाश-पाताल-धरती पर पूरी तरह सुरक्षित कर सदा-सदा के लिए अमर हो जाना चाहता है,
लेकिन ऐसा सोच रहे सत्ताधारी चाटुकार संभवतः यह भूल गए हैं कि इस देश में जब-जब हिरन्याकश्यप सरीखे दानव पैदा हुए हैं तो उनके साथ ही साथ प्रहलाद और नरसिंह भगवान के जन्म लेने की परंपरा भी उतनी ही प्राचीन है.
ऐसा लगता है की इस देश में हिरन्याकश्यप का राज है जो खुद को आकाश-पाताल-धरती पर पूरी तरह सुरक्षित कर सदा-सदा के लिए अमर हो जाना चाहता है,
लेकिन ऐसा सोच रहे सत्ताधारी चाटुकार संभवतः यह भूल गए हैं कि इस देश में जब-जब हिरन्याकश्यप सरीखे दानव पैदा हुए हैं तो उनके साथ ही साथ प्रहलाद और नरसिंह भगवान के जन्म लेने की परंपरा भी उतनी ही प्राचीन है.
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