Saturday 18 August 2012

झूठ कौन बोल रहा है., वजाहत या केंद्र...?

कई दशकों तक भारतीय प्रशासनिक सेवा में उच्च पदों पर रहा वजाहत हबीबुल्लाह इन दिनों राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का अध्यक्ष हैं.
इसने असम हिंसा से सम्बन्धित अपनी जो "शातिराना" रिपोर्ट प्रधानमंत्री को सौंपी हैं उसके अनुसार असम में जारी भयंकर हिंसा का बंगलादेशी घुसपैठियों की समस्या से कोई लेना-देना ही नहीं है और यह बोडो समुदाय के लोगों और स्थानीय मुसलिमों के बीच संघर्ष का परिणाम है।
वजाहत की इस रिपोर्ट ने एक तरह से उन करोड़ों बांग्लादेशियों को भारतीय कहलाने की क्लीन चिट दे दी है, इस रिपोर्ट से उसने उन दंगाई बंगलादेशी घुसपैठियों को भारतीय घोषित कर दिया है.
लेकिन अपनी इस चतुराई के कारण वजाहत ने केंद्र सरकार को पूरी तरह झूठा साबित कर दिया है, क्योंकि पिछले डेढ़ महीने से केंद्र सरकार देश को यही बता रही है कि असम में जारी दंगे साम्प्रदायिक दंगे नहीं है.
जबकि इस वजाहत की रिपोर्ट के अनुसार असम हिंसा बांग्लादेश से आए लोगों की देन नहीं है, बल्कि यह बोडो समुदाय के लोगों और स्थानीय मुसलिमों के बीच संघर्ष का परिणाम है। अतः केंद्र सरकार को देश के समक्ष यह स्पष्ट करना चाहिए कि साम्प्रदायिक हिंसा या दंगे की परिभाषा क्या होती है.? तथा झूठ कौन बोल रहा है., वजाहत या केंद्र...?
http://www.amarujala.com/National/assam-violence-due-to-feud-between-bodos-and-muslims-30848.html

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