Monday 23 January 2012

इतिहास जिनकी गाथा गाता रहेगा, उन सुभाष जी को शत शत नमन.

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अजर-अमर अपराजेय "योद्धा", नेता जी सुभाष चंद्र बोस की आज 115वीं जयंती है. उनका जन्म-23 जनवरी, 1897,को कटक उड़ीसा में हुआ था.
नेता जी के अतिरिक्त हमारे देश के इतिहास में ऐसा कोई व्यक्तित्व नहीं हुआ जिसकी छवि एक महान सेनापति, वीर सैनिक, राजनीति के अदभुत दिग्गज और इतिहास प्रसिद्ध विश्वविख्यात अंतर्राष्ट्रीय सेनानायकों, नेताओं के समकक्ष कूटनीतिज्ञ की हो.

भारत की स्वतंत्रता के लिए सुभाष चंद्र बोस ने क़रीब-क़रीब पूरे यूरोप में अलख जगायी. बोस प्रकृति से साधु, ईश्वर भक्त तथा तन एवं मन से देशभक्त थे.

सुभाष चंद्र बोस का एक ऐसा व्यक्तित्व था, जिसका मार्ग कभी भी स्वार्थों ने नहीं रोका, जिसके पाँव लक्ष्य से पीछे नहीं हटे, जिसने जो भी स्वप्न देखे, उन्हें साधा और जिसमें सच्चाई के सामने खड़े होने की अदभुत क्षमता थी.

नेताजी सुभाष चंद्र बोस सर्व कालिक नेता थे जिनकी ज़रूरत कल थी, आज है और आने वाले कल में भी होगी। वह ऐसे वीर सैनिक थे इतिहास जिनकी गाथा गाता रहेगा। उनके विचार, कर्म और आदर्श अपना कर राष्ट्र वह सब कुछ हासिल कर सकता है जिसका हक़दार है। स्वतंत्रता समर के अमर सेनानी, मां भारती के सच्चे सपूत थे. यह देश अनंतकाल तक माँ भारती के इस विलक्षण सपूत के संघर्ष और बलिदान का ऋणी रहेगा