Monday 9 January 2012

ये है संघर्ष का वास्तविक शंखनाद...!!!

जनता को देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ किसी "स्टैम्प ड्यूटी" चोर, किसी हवाई टिकट के ज्यादा पैसे वसूलने वाले चोर, किसी वर्षों के सरकारी बकाये/क़र्ज़ के लाखों हड़पने की साज़िश करने वाले चोर तथा पूरा वेतन लेकर विद्यालय से महीनों गायब रह के मंचों पर भांडगिरी करने वाले किसी वेतन चोर के भ्रष्टाचारी गठबंधन से बने चोरों के गिरोह से ऐसे किसी शंखनाद की आशा नहीं करनी चाहिए थी.
इस शंखनाद की शुरुआत भाई राजीव दीक्षित जी के साथ बाबा रामदेव ने ही की थी और वही उसे वास्तविक रूप में बढ़ा रहे है, और बढ़ाएंगे भी.
स्वामी रामदेव देश के 5 राज्यों में चुनावों के दौरान लोकपाल विरोधी ताकतों को शिकस्त देने के लिए नौजवानों के प्रशिक्षित दस्ते भेजेंगे। पंतजलि योग पीठ के इस प्रशिक्षण शिविर में भारतीय जनता पार्टी की नेता उमा भारती भी शामिल हुईं। उमा भारती ने युवकों को पांचों चुनावी राज्यों में प्रचार करने के कई गुर सिखाए। दिल्ली रवाना होने से पूर्व उमा भारती ने स्वामी रामदेव से बंद कमरे में पांच राज्यों में चुनावों के बारे में बातचीत की। इन नौजवानों को छह दिन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो शुक्रवार को खत्म हो जाएगा।
माना जा रहा है कि उमा भारती रामदेव के बीच हुई बातचीत के बाद ही युवकों को कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करने की रणनीति समझाई गई। इस छह दिन क्े प्रशिक्षण शिविर में अर्थशास्त्री भरत झुनझुनवाला ने भी युवकों को चुनावों का गणित बताया। कैसे वे काले धन के बारे में लोगों को प्रशिक्षण दें यह भी झुनझुनवाला ने युवकों को बताया। प्रशिक्षण शिविर में करीब चार हजार नौजवानों ने हिस्सा लिया। ये युवक उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा, पंजाब के हैं। इन युवकों को पंतजलि योग पीठ के भारत स्वाभिमान ट्रस्ट की तरफ से दैनिक भोजन भत्ता और यात्रा भत्ता व अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। इन युवकों को बताया जा रहा है कि कैसे वे जनता को अपने मुद्दों की तरफ आकर्षित करें।
पंतजलि योग पीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि ये प्रशिक्षित कार्यकर्ता लोगों को अधिक से अधिक तादाद में वोट देने के लिए जागृत करेंगे।
और उन्हें प्रेरित करेंगे कि वे अपने विधनसभा क्षेत्रों से साफ-सुथरी छवि के उम्मीदवार जिता कर भेजें जो लोकपाल का समर्थन और काले धन व भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में देशवासियों की आवाज विधानसभाओं में बुलंद कर सकें।
आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि स्वामी रामदेव महाराज की लड़ाई कालेधन के खिलाफ है। कालाधन यदि हमारे देश में विदेशों से वापस आ जाए तो हमारा देश एक विकासशील राष्ट्र बन जाएगा। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि हमारा यह ट्रेनिंग कैंप किसी खास पार्टी के पक्ष में नहीं है। न ही हमारा यह कैंप किसी पार्टी का मंच है। हम राजनीतिक दलों की राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्र भावना से प्रेरित होकर काम कर रहे हैं। प्रशिक्षित युवक किसी पार्टी का प्रचार नहीं करेंगे। बल्कि वे युवक ईमानदार व राष्ट्र भक्त प्रत्याशियों को जिताने के लिए काम करेंगे।
आचार्य बाल कृष्ण ने बताया कि भारत स्वाभिमान ट्रस्ट की तरफ से यह प्रशिक्षण शिविर चलाया जा रहा है। इस शिविर की गतिविधियां ‘राजीव भवन’ से संचालित हो रही हैं। राजीव भवन भारत स्वाभिमान ट्रस्ट राजीव दीक्षित की याद में बनाया गया है। इस ट्रस्ट के संस्थापकों में राजीव दीक्षित प्रमुख नाम है। राजीव दीक्षित से मुलाकात के बाद ही स्वामी रामदेव ने कालाधन के खिलाफ मुहिम छेड़ने की राष्ट्रव्यापी योजना बनाई ती। इस बीच दीक्षित का निधन हो गया और स्वामी रामदेव को आचार्य बालकृष्ण को लेकर यह मुहिम चलानी पड़ी। इसी मुहिम की रणनीति के चलते 4 जून को दिल्ली के रामलीला मैदान में धरना दिया गया था जहां दिल्ली पुलिस ने कार्यवाही की थी।
नीचे इस समाचार से सम्बंधित LINK दिया गया है.
http://www.jansatta.com/index.php/component/content/article/1-2009-08-27-03-35-27/8291-2012-01-06-05-08-52

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