Tuesday 3 January 2012

भाजपा पर चढ़ी है "भंग", गहरी नींद में है "संघ"...!!!



राष्ट्रीय ग्रामीण स्वाथ्य मिशन (NRHM) 
घोटाले के मुख्य खलनायक
बाबूसिंह कुशवाहा को 
भाजपा ने 
ससम्मान पार्टी में शामिल कर 
राजनीतिक शरण
और सुरक्षा देने की
निर्लज्जता का नग्न प्रदर्शन
निर्भीक होकर किया

काजू भुनी प्लेट में व्हिस्की गिलास में,
रामराज्य बस रहा विधायक निवास में."
दीवार कूदने में जिनका पहला नम्बर था,
परधान बनके खड़े हैं अगली कतार में.

प्रख्यात जनकवि अदम गोंडवी की उपरोक्त पंक्तियों को उत्तरप्रदेश में चरितार्थ करने वालों की दौड़ और होड़ में सभी दलों को पीछे छोड़ने के लिए भाजपा पूरी तरह कमर कसती नज़र आ रही है.
5 वर्षों तक उत्तरप्रदेश में व्याप्त रहे माया सरकार के बर्बर भ्रष्टाचारी शासन के मुख्य सूत्रधारों में से एक तथा तीन वरिष्ठ चिकित्साधिकारियों के खून से रंगे हजारों करोड़ के राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) घोटाले के मुख्य खलनायक के रूप में कुख्यात बाबूसिंह कुशवाहा को भाजपाई दिग्गजों ने कल (3 जनवरी) को ससम्मान पार्टी में शामिल कर राजनीतिक शरण और सुरक्षा देने की निर्लज्जता का नग्न प्रदर्शन निर्भीक होकर किया.
कुशवाहा के साथ ही साथ बुंदेलखंड में आतंक और दबंगई का पर्याय समझे जाने वाले बसपा से निष्कासित बाहुबली बादशाह सिंह को भी भाजपा ने अपनी राजनीतिक गोद में ससम्मान स्थान दिया. संघ प्रायोजित भाजपाई राजनीति के निकृष्टतम नैतिक पतन का उत्तरप्रदेश में ये अकेला उदाहरण नहीं है.माया सर्कार के कुशासन में बराबर के साझीदार रहे अवधेश वर्मा और दद्दन मिश्र सरीखे मंत्रियों तथा कुछ अन्य विधायकों पर भी भाजपाई कृपा जमकर हुई है तथा आने वाले दिनों में ऐसे कई और कलंकित उदाहरणों को देखे जाने की संभावनाएं अत्यंत प्रबल हैं.
रामराज्य की आड़ में रावण राज्य की नींव डालने/भरने का यह भाजपाई पाखण्ड उसके "पार्टी विद ए डिफ़रेंस" के दावे की तो धज्जियाँ उड़ा ही रहा है साथ ही साथ यह भी बता रहा है कि पिछले एक-डेढ़ दशक से प्रदेश में भाजपा किस हद तक "भंग" में चूर है और शील संयम सदाचार का सन्देश सुनाने, पाठ पढ़ाने वाला उसका नीति-नियंता "संघ" कितनी गहरी नींद में डूबा हुआ है.

No comments:

Post a Comment